पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक बैठक: 10 बड़े अनाउंसमेंट जो बदल सकते हैं भारत-अमेरिका संबंध
भूमिका
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बैठक ने वैश्विक राजनीति और व्यापारिक संबंधों पर गहरा प्रभाव डाला है। दोनों नेताओं ने ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन (MAGA) + मेक इंडिया ग्रेट अगेन (MEGA) = मेगा पार्टनरशिप’ का विजन प्रस्तुत किया। इस लेख में हम इस ऐतिहासिक बैठक में किए गए 10 प्रमुख अनाउंसमेंट को विस्तार से समझेंगे और उनका महत्व बताएंगे।
1. 2030 तक $500 बिलियन बाइलेटरल ट्रेड टारगेट
भारत और अमेरिका ने 2030 तक 500 बिलियन डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में यह आंकड़ा लगभग 170 बिलियन डॉलर है, जिसे तीन गुना करने की योजना बनाई गई है। यह व्यापारिक साझेदारी भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी।
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2. 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण
अमेरिकी प्रशासन ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत कूटनीति की जीत है।
3. भारत को मिल सकता है अमेरिका का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट
भारत को अत्याधुनिक F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट खरीदने की अनुमति दी गई है। यह भारत की वायुसेना को और मजबूत बनाएगा और चीन-पाकिस्तान जैसे विरोधियों को करारा जवाब देगा।
4. ऑटोनॉमस सिस्टम इंडस्ट्री अलायंस (ASIA) में भारत पहली भागीदार
अमेरिका और भारत के बीच Autonomous Systems Industry Alliance (ASIA) की घोषणा हुई है। यह साझेदारी अंडरवाटर डोमेन अवेयरनेस टेक्नोलॉजी और रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगी।
5. IMEC कॉरिडोर: भारत, मिडिल ईस्ट और यूरोप का नया व्यापार मार्ग
अमेरिका, भारत, यूरोप और मिडिल ईस्ट के बीच इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) पर जोर दिया गया है। यह चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) को टक्कर देगा।
6. न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी में सहयोग
भारत और अमेरिका के बीच 123 न्यूक्लियर एग्रीमेंट को मजबूती देने के लिए नई पहल की गई है, जिससे भारत में न्यूक्लियर पावर प्लांट्स का विस्तार होगा।
7. भारत और अमेरिका के बीच ऊर्जा समझौता
भारत अब अमेरिका से और अधिक कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस खरीदेगा। इससे ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी और भारत को सस्ता ईंधन मिल सकेगा।
8. 10 साल की मेजर डिफेंस पार्टनरशिप
अमेरिका और भारत 10 साल की मेजर डिफेंस पार्टनरशिप पर हस्ताक्षर करने वाले हैं, जिससे भारत को सैन्य उपकरण, मिसाइल सिस्टम और रक्षा टेक्नोलॉजी मिल सकेगी।
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9. आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ साझेदारी
दोनों देशों ने रेडिकल इस्लामिक टेररिज्म के खिलाफ मिलकर काम करने का संकल्प लिया। इससे दोनों देशों की सुरक्षा नीति और मजबूत होगी।
10. इंडो-पैसिफिक रणनीति और क्वाड सहयोग
डोनाल्ड ट्रंप ने इंडो-पैसिफिक रणनीति और क्वाड (QUAD) ग्रुप में भारत की भूमिका को और महत्वपूर्ण बताया। इससे चीन के बढ़ते प्रभाव को काउंटर किया जाएगा।
निष्कर्ष
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए, जो आने वाले वर्षों में भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। यह साझेदारी न केवल व्यापार और रक्षा बल्कि ऊर्जा, आतंकवाद, टेक्नोलॉजी और रणनीतिक सहयोग को भी मजबूत करेगी।
आपका क्या विचार है?
क्या आपको लगता है कि यह साझेदारी भारत की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए फायदेमंद होगी? अपने विचार हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं!