बैडमिंटन स्कोरिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव: 21 पॉइंट्स की जगह 15 पॉइंट्स का नया फॉर्मेट!
बैडमिंटन खेल के दीवानों के लिए एक बड़ी खबर आ रही है! बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने नए स्कोरिंग सिस्टम को टेस्ट करने की घोषणा की है, जिसमें अब 21 पॉइंट्स की जगह 15 पॉइंट्स का फॉर्मेट लागू किया जाएगा। यह बदलाव क्यों किया जा रहा है? कब से इसे लागू किया जाएगा? और इससे खिलाड़ियों और दर्शकों को क्या फायदा होगा? आइए इस पूरी खबर को विस्तार से समझते हैं।
नया स्कोरिंग सिस्टम क्या है?
वर्तमान में बैडमिंटन में 21 पॉइंट्स रैली सिस्टम लागू है, जिसमें तीन सेटों में से दो जीतने वाला खिलाड़ी विजेता घोषित होता है। लेकिन अब नए नियम के तहत:
- प्रत्येक सेट 15 पॉइंट्स का होगा, न कि 21 का।
- यदि स्कोर 14-14 तक पहुंच जाता है, तो खिलाड़ी को कम से कम दो अंकों का अंतर बनाना होगा जीतने के लिए।
- अधिकतम स्कोर 20 पॉइंट्स तक जा सकता है, यानी 20-20 के बाद जो भी अगला अंक जीतेगा, वह सेट जीत जाएगा।
- कुल तीन सेट होंगे, और दो सेट जीतने वाला खिलाड़ी मैच विजेता होगा।
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नया स्कोरिंग सिस्टम कब से लागू होगा?
BWF ने घोषणा की है कि यह नया स्कोरिंग सिस्टम अप्रैल 2025 से अक्टूबर 2025 तक टेस्टिंग फेज में रहेगा।
- इसे विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में आज़माया जाएगा।
- अंतिम निर्णय 2026 में BWF की वार्षिक बैठक में लिया जाएगा।
- यदि टेस्टिंग सफल रहती है, तो यह नया नियम 2026 से आधिकारिक रूप से लागू किया जा सकता है।
बैडमिंटन स्कोरिंग में बदलाव क्यों किया जा रहा है?
1. खेल को और रोमांचक बनाना
21 पॉइंट्स के मौजूदा सिस्टम में शुरुआती पॉइंट्स कम रोमांचक होते हैं, लेकिन 15 पॉइंट्स के नए फॉर्मेट से खिलाड़ी शुरू से ही आक्रामक खेल दिखाने को मजबूर होंगे, जिससे मैच और ज़्यादा थ्रिलिंग बन जाएगा।
2. गेम की अवधि को कम करना
बैडमिंटन के मौजूदा मैच लंबे समय तक चलते हैं, जिससे खिलाड़ियों पर अधिक शारीरिक दबाव पड़ता है। कम पॉइंट्स का मतलब छोटे मैच होंगे, जिससे खेल अधिक तेज़ और दर्शकों के लिए आकर्षक बनेगा।
3. खिलाड़ियों की फिटनेस और करियर लॉन्गिविटी
लंबे मैचों की वजह से कई टॉप बैडमिंटन खिलाड़ी इंजरी का शिकार हो जाते हैं। नया स्कोरिंग सिस्टम खिलाड़ियों को लंबे समय तक फिट रखने में मदद करेगा और उनके करियर को भी बढ़ाएगा।
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क्या पहले भी बैडमिंटन स्कोरिंग सिस्टम बदला गया है?
हाँ! बैडमिंटन में स्कोरिंग सिस्टम समय-समय पर बदला गया है:
- 2006 से पहले बैडमिंटन में 15 पॉइंट्स का स्कोरिंग सिस्टम था, लेकिन तब केवल सर्व करने वाले खिलाड़ी को ही पॉइंट मिलता था।
- 2006 में रैली पॉइंट सिस्टम लागू किया गया, जिसमें सर्विस की परवाह किए बिना कोई भी खिलाड़ी पॉइंट कमा सकता था और स्कोर 21 पॉइंट्स का कर दिया गया।
- 2021 में इंडोनेशिया ने एक नया प्रस्ताव रखा था कि स्कोरिंग सिस्टम को 11 पॉइंट्स प्रति सेट (5 सेट फॉर्मेट) कर दिया जाए, लेकिन यह प्रस्ताव 2/3 बहुमत न मिलने के कारण पास नहीं हो सका।
क्या यह नया स्कोरिंग सिस्टम बैडमिंटन को बदल देगा?
यदि यह नया फॉर्मेट सफल रहता है और आधिकारिक रूप से लागू हो जाता है, तो यह बैडमिंटन को पूरी तरह बदल सकता है:
✅ खेल अधिक तेज़ और रोमांचक हो जाएगा
✅ टीवी प्रसारण के लिए अधिक आकर्षक बनेगा
✅ खिलाड़ियों की शारीरिक थकान कम होगी
✅ बैडमिंटन के नए प्रशंसक जुड़ सकते हैं
निष्कर्ष
बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) द्वारा प्रस्तावित नया 15 पॉइंट्स स्कोरिंग सिस्टम गेम को और ज़्यादा रोमांचक बनाने की एक कोशिश है। 2025 में इसका परीक्षण किया जाएगा और यदि यह सफल रहा, तो 2026 से इसे पूरी तरह लागू किया जा सकता है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि यह नया फॉर्मेट बैडमिंटन के खेल को कितना बदल पाता है और खिलाड़ी एवं दर्शक इसे कितना पसंद करते हैं!