अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर 2025: फेंटानाइल संकट और टैरिफ पर टकराव
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। 2025 में, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेंटानाइल संकट को लेकर चीन पर कड़ा रुख अपनाते हुए नए टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसके जवाब में चीन ने खुली चेतावनी दी है कि वह किसी भी प्रकार के वॉर (ट्रेड वॉर या वास्तविक युद्ध) के लिए तैयार है।
फेंटानाइल संकट: अमेरिका और चीन के बीच विवाद का कारण
फेंटानाइल एक अत्यधिक शक्तिशाली सिंथेटिक ओपियोइड है, जो मॉर्फिन से 100 गुना और हीरोइन से 50 गुना अधिक प्रभावी है। यह मुख्य रूप से दर्द निवारण के लिए मेडिकल उपयोग में लाया जाता है, लेकिन ड्रग माफिया इसका अवैध व्यापार कर रहे हैं, जिससे अमेरिका में ड्रग ओवरडोज के मामले बढ़ रहे हैं।
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अमेरिका का आरोप: चीन से हो रही फेंटानाइल की तस्करी
- अमेरिका के अनुसार, चीन में बनी फेंटानाइल को मेक्सिको और कनाडा के माध्यम से अमेरिका में तस्करी किया जाता है।
- यह अवैध दवाओं में मिलाई जाती है, जिससे अमेरिकी नागरिकों की जान जा रही है।
- अमेरिकी एजेंसियों का दावा है कि चीन की कुछ कंपनियां इसके निर्माण और सप्लाई में शामिल हैं।
- US सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार, 2021 में 107,000 लोगों की मौत ड्रग ओवरडोज से हुई, जिनमें से 75% मामलों में ओपियोइड शामिल थे।
चीन की प्रतिक्रिया: अमेरिका खुद जिम्मेदार है
- चीन ने अमेरिका के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि अमेरिका खुद इस संकट के लिए जिम्मेदार है।
- चीन का कहना है कि उसने इस समस्या के समाधान के लिए अमेरिका की मदद करने की कोशिश की, लेकिन अमेरिका ने उल्टा उस पर टैरिफ लगा दिया।
डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा फैसला: चीन, मेक्सिको और कनाडा पर टैरिफ
2025 में ट्रंप ने नए टैरिफ लगाने की घोषणा की है:
- चीन पर 10% टैरिफ
- मेक्सिको और कनाडा पर 25% टैरिफ
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टैरिफ लगाने का कारण
- अमेरिकी व्यापार घाटा (Trade Deficit) कम करना
- फेंटानाइल संकट को रोकना
- अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना
चीन की चेतावनी: "हम किसी भी युद्ध के लिए तैयार हैं"
- चीन ने ट्रंप के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह किसी भी तरह के संघर्ष के लिए तैयार है, चाहे वह ट्रेड वॉर हो या कोई और टकराव।
- चीन ने अमेरिका से डायलॉग और सहयोग का आग्रह किया लेकिन साथ ही मजबूती से अपने रुख को भी रखा।
रेसिप्रोकल टैरिफ: अमेरिका की नई नीति 2025
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी ऐलान किया कि अप्रैल 2025 से "रेसिप्रोकल टैरिफ" लागू होगा।
रेसिप्रोकल टैरिफ क्या है?
- अगर कोई देश अमेरिका पर टैरिफ लगाता है, तो अमेरिका भी उसी अनुपात में उस देश पर टैरिफ लगाएगा।
- इससे भारत सहित अन्य देशों पर भी असर पड़ सकता है।
अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर का वैश्विक प्रभाव
✅ ग्लोबल ट्रेड प्रभावित होगा
✅ भारत और अन्य देशों पर असर पड़ सकता है
✅ अमेरिकी उपभोक्ताओं को महंगे सामान मिलेंगे
✅ चीन और अन्य देशों के निर्यात पर असर
निष्कर्ष: क्या ट्रेड वॉर बढ़ाएगा वैश्विक संकट?
ट्रंप द्वारा लगाए गए नए टैरिफ और फेंटानाइल संकट को लेकर चीन के साथ बढ़ती तनातनी वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर डाल सकती है। क्या अमेरिका और चीन के बीच यह व्यापार युद्ध आगे बढ़ेगा, या दोनों देश बातचीत से इस विवाद को सुलझाएंगे? यह देखना बाकी है।